Navgrah shanti puja
उज्जैन में नवग्रह शांति पूजा
उज्जैन, भारतीय संस्कृति और अध्यात्म का केंद्र, अपने पवित्र मंदिरों और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए जाना जाता है। नवग्रह शांति पूजा, जो ग्रहों की अशुभ स्थिति के प्रभाव को कम करने के लिए की जाती है, उज्जैन में विशेष महत्त्व रखती है। नवग्रह शांति पूजा उज्जैन में करने का लाभ इसलिए भी अधिक है क्योंकि यहां की आध्यात्मिक ऊर्जा और वैदिक परंपराएं इसे अत्यंत प्रभावी बनाती हैं। इस पवित्र कार्य को आचार्य पी विशाल शास्त्री जी के मार्गदर्शन में करना आपको जीवन में सकारात्मक बदलाव और शांति प्रदान कर सकता है।
नवग्रह शांति पूजा का महत्त्व
नवग्रह, यानी सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु और केतु, हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव डालते हैं। यदि इन ग्रहों की स्थिति कुंडली में अशुभ हो, तो यह जीवन में कठिनाइयों, स्वास्थ्य समस्याओं, आर्थिक संकट और पारिवारिक अशांति का कारण बन सकती है। नवग्रह शांति पूजा के माध्यम से इन ग्रहों के अशुभ प्रभावों को कम किया जा सकता है और जीवन में सुख-शांति लाने का मार्ग प्रशस्त होता है।

उज्जैन में नवग्रह शांति पूजा का महत्व
उज्जैन को भारत का आध्यात्मिक केंद्र माना जाता है, जहां कई प्राचीन मंदिर और पवित्र स्थल स्थित हैं। नवग्रह शांति पूजा उज्जैन में करने से इसका प्रभाव और अधिक बढ़ जाता है, क्योंकि यह शहर अद्वितीय आध्यात्मिक ऊर्जा से भरा हुआ है। उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर मंदिर, मंगलनाथ मंदिर, और अन्य पवित्र स्थलों की ऊर्जा पूजा-अनुष्ठानों को अधिक प्रभावी बनाती है।आचार्य पी विशाल शास्त्री जी से नवग्रह शांति पूजा क्यों करवाएं?
आचार्य पी विशाल शास्त्री जी, जो पिछले 25 वर्षों से उज्जैन में पूजा-अनुष्ठानों और यज्ञों का संचालन कर रहे हैं, नवग्रह शांति पूजा के विशेषज्ञ हैं। उनके पास वैदिक ज्ञान और पूजा विधियों का गहरा अनुभव है, जो आपकी कुंडली के अनुसार व्यक्तिगत समाधान प्रदान करते हैं।उनके द्वारा नवग्रह शांति पूजा के लाभ:
- कुंडली का गहन अध्ययन: आचार्य पी विशाल शास्त्री जी आपकी कुंडली का विश्लेषण करते हैं और यह समझते हैं कि कौन-से ग्रह अशुभ प्रभाव डाल रहे हैं। इसके आधार पर पूजा विधि का निर्धारण किया जाता है।
- वैदिक मंत्रोच्चार और विधि: पूजा के दौरान वैदिक मंत्रों का सही उच्चारण और रीति-रिवाजों का पालन किया जाता है, जिससे पूजा का प्रभाव बढ़ता है।
- सभी ग्रहों का समुचित संतुलन: उनकी विधि में नवग्रहों के लिए विशेष मंत्र, हवन और आराधना शामिल होती है, जो सभी ग्रहों को शांत और संतुलित करने में मदद करती है।
- व्यक्तिगत ध्यान: आचार्य पी विशाल शास्त्री जी हर व्यक्ति के लिए व्यक्तिगत पूजा विधि तैयार करते हैं, जो उनकी समस्याओं के अनुसार होती है।
नवग्रह शांति पूजा उज्जैन कैसे की जाती है?
नवग्रह शांति पूजा उज्जैन में वैदिक रीति-रिवाजों के अनुसार की जाती है। इसमें निम्नलिखित चरण शामिल होते हैं:- कुंडली का अध्ययन: पूजा शुरू करने से पहले कुंडली का गहन विश्लेषण किया जाता है ताकि ग्रहों की स्थिति को समझा जा सके।
- विशेष पूजा सामग्री का उपयोग: पूजा के लिए हर ग्रह के लिए अलग-अलग वस्त्र, फूल, माला, और अन्य सामग्री का उपयोग किया जाता है।
- मंत्रोच्चार और हवन: पूजा के दौरान हर ग्रह के लिए वैदिक मंत्रों का जाप और हवन किया जाता है। इससे ग्रहों की अशुभता समाप्त होती है।
- विशेष स्थान पर पूजा: उज्जैन के पवित्र स्थलों जैसे मंगलनाथ मंदिर और महाकालेश्वर मंदिर में पूजा-अनुष्ठान का आयोजन किया जाता है, जिससे पूजा का प्रभाव और बढ़ जाता है।
- संकल्प और आशीर्वाद: अंत में, पूजा के माध्यम से व्यक्ति का संकल्प लिया जाता है और आचार्य पी विशाल शास्त्री जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
नवग्रह शांति पूजा से लाभ
- जीवन में शांति और संतुलन प्राप्त होता है।
- स्वास्थ्य और धन-संपत्ति में सुधार होता है।
- वैवाहिक और पारिवारिक जीवन में सामंजस्य आता है।
- मानसिक शांति और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
- ग्रहों के अशुभ प्रभावों को समाप्त कर शुभ प्रभाव बढ़ाए जाते हैं।